दंतेवाड़ा के तुमकपाल में हॉस्पिटल निर्माण में हो रही गड़बड़ी की खबर निकली भ्रामक, दैनिक अखाबर ने छापी थी खबर

दैनिक अखाबर ने छापी थी खबर दंतेवाड़ा के तुमकपाल में हॉस्पिटल निर्माण में हो रही गड़बड़ी की खबर निकली भ्रामक

स्टोरी हाइलाइट्स

दंतेवाड़ा के तुमकपाल में हॉस्पिटल निर्माण में हो रही गड़बड़ी की खबर निकली भ्रामक, दैनिक अखाबर ने छापी थी खबर

दंतेवाड़ा। जिले के विकासखंड कटेकल्याण के तुमकपाल में हॉस्पिटल निर्माण  के संबंध में एक दैनिक अखबार में 2 अगस्त 2023 को 4- 4 करोड़ से बन रहे 2 अस्पताल, 16 की जगह 10 एमएम तो 8 की जगह 6 एमएम की छड़ लगा रहे के संबंध में सरपंच कटेकल्याण द्वारा बताया गया है कि ऊपर इंगित उस दैनिक अखबार की टीम के साथ इस प्रकार की कोई बात नहीं हुई है। हॉस्पिटल निर्माण कार्य ग्राम पंचायत द्वारा ही किया जा रहा है। उक्त प्रकाशित समाचार दैनिक अखबार की टीम द्वारा अपने मनगढ़त खबर प्रकाशित किया गया है। 


आज दिनांक 02.08.2023 को तकनीकी टीम द्वारा निर्माण स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर प्राकलन के अनुरूप ही 16 एमएम एवं 8 एमएम का छड़ लगाया जाना पाया गया। इस प्रकार 16 एमएम की जगह 10 एमएम एवं 8 एमएम की जगह 6 एमएम की छड़ लगाये जाने की खबर तथ्यहीन है। छ.ग. शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर अटल नगर के पत्र क्रमांक 5147 नया रायपुर दिनांक 29.08.2022 के तहत ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं के निर्माण कार्य के क्रियान्वयन हेतु ग्राम पंचायतों को राशि 20 लाख रुपये की सीमा से बढ़ा कर रुपये 50 लाख राशि के लिए अधिकृत किया गया है। कटेकल्याण अति संवेदनशील एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है तथा हॉस्पिटल निर्माण कार्य स्थल में भूमि विवाद होने के कारण हॉस्पिटल निर्माण कार्य का कुछ हिस्सा ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है ताकि भूमि विवाद को समाप्त कर निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। शासन के उक्त पत्र के अनुरूप  कार्य को संपादित किया जा रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा 4 करोड़ के हॉस्पिटल का निर्माण नहीं किया जा रहा हैं अपितु कुछ कार्य को ही किया जा रहा है। इस प्रकार दैनिक भास्कर में प्रकाशित 4-4 करोड़ से बन रहे 2 अस्पताल, 16 एमएम की जगह 10 एमएम एवं 8 एमएम की जगह 6 एमएम की छड़ लगा रहे खबर तथ्यहीन प्रमाणहीन ,भ्रामक एवं जिला प्रशासन की छवि को धूमिल और  जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है । जिला प्रशासन इसका खण्डन करता है।