देश का सबसे महंगा पेट्रोल मध्य प्रदेश में बिक रहा, पड़ोसी राज्यों से 10 रूपए ज्यादा

भोपाल, मध्य केसरी डेस्क। देश में सबसे महंगा पेट्रोल मप्र में हो गया है। यहां सभी जिलों में पेट्रोल के दाम 100 रुपए के पार हो गए है। वहीं प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी रविवार को पेट्रोल के दाम 103.17 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गए है। शनिवार रात पेट्रोल में 28 पैसे और डीजल में 31 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। एक लीटर डीजल की कीमत 94 रुपए 50 पैसे हो गई है। जून के पहले छह दिन में ही पेट्रोल के रेट तीन बार बढ़ चुके हैं, जबकि मई में 17 बार यानी हर दूसरे दिन पेट्रोल के रेट बढ़ाए गए।

देश में सबसे महंगा पेट्रोल भोपाल में बिक रहा है। बता दें कि एक तरफ कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे लोगों पर अब पेट्रोल डीजल के दाम में हुई इस वृद्धि से परेशानियां बढना शुरू हो गई है। 

देश की सीमा पर बिक्री में आती है कमी 
मप्र के ऐसे जिले जो अन्य राच्यों की सीमा से लगे हैं वे मप्र से पेट्रोल भराना पसंद नहीं करते क्यूंकि अन्य राच्यों में उन्हें पेट्रोल सस्ता पड़ता है, इससे वहां के पेट्रोल संचालकों का घाटा होता है। उत्तरप्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के जिलों और मध्यप्रदेश से इन राच्यों से होकर जाने वाले लोग यहां पर पेट्रोल भरवाना पंसद करते हैं। उत्तरप्रदेश की सीमा से दतिया, शिवपुरी, भिंड से लगे पेट्रोल और डीजल वहीं भरवाने जाते हैं।

मध्यप्रदेश से सटे पांच राज्यों की स्थिति
मध्यप्रदेश से सटे पांच राज्यों के बारे में बात करें, तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार हैं, जबकि महाराष्ट्र में वह सहयोगी के रूप में सरकार में हैं। भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश के साथ ही उत्तरप्रदेश और गुजरात में हैं। कांग्रेस के राज में छत्तीसगढ़ और भाजपा के उत्तरप्रदेश और गुजरात में पेट्रोल और डीजल के दाम अन्य जगहों की तुलना में राहत देने वाले हैं। यहां पर करीब 10 रुपए का अंतर है।

ऐसे बढ़ते हैं रेट
पेट्रोल पंप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि पेट्रोल के बेस प्राइज पर केंद्र सरकार के टैस लगाने के बाद प्रदेश सरकारें टैस लगाती हैं। इसके अलावा सेस भी लगाया जाता है। इसलिए रेट बढ़ जाता है। 

वैट वसूलने के मामले में भी मप्र आगे
मप्र में 33 फीसदी वैट वसूला जा रहा है। यह मणिपुर, तेलंगाना और राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा है। 2019-20 में राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट के जरिए 10,720 करोड़ रुपए कमाए थे। वहीं 2020-21 में दिसंबर तक 8,038 करोड़ की कमाई हो चुकी है। 

प्रति लीटर 23 रुपए वैट वसूल रही मप्र सरकार
पेट्रोल-डीजल के बेस प्राइज पर जो अभी 32 रुपए के करीब है, इस पर केंद्र सरकार 33 रुपए एसाइज ड्यूटी वसूल रही है। इसके बाद राच्य सरकारें इस पर अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती हैं, जिसके बाद इनका दाम बेस प्राइज से 3 गुना तक बढ़ गया है। मप्र में एक लीटर पेट्रोल पर करीब 23 रुपए वैट वसूला जा रहा है।