भारत की सबसे पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज दोबारा हुई संक्रमित, अब तक एक भी वैक्सीन का डोज नहीं लगवाया

नई दिल्ली, मध्य केसरी डेस्क। केरल के त्रिशुर में रहने वाली देश की सबसे पहली कोरोना संक्रमित मरीज करीब डेढ़ साल बाद एक बार फिर से कोरोना पॉजिटिव हो गई है। दिल्ली जाने के लिए उसने अपना RT-PCR टेस्ट करवाया। टेस्ट में वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। उसमें बिना लक्षण वाला संक्रमण पाया गया है।

30 जुलाई को आई थी रिपोर्ट पॉजिटिव
20 साल की देश की यह पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज पिछले साल 23 जनवरी 2020 को चीन के वुहान से भारत लौटी थी। वह वहां पर रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। 30 जनवरी को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उसका इलाज त्रिशूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में किया गया था, जहां वह कोरोना से ठीक हो गई थी।

अब तक एक भी वैक्सीन का डोज नहीं लगवाया
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल स्टूडेंट ने अभी तक कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। भारत वापस लौटने के बाद वह अभी तक दोबारा वुहान नहीं गई है, वह घर से ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रही है।

कोलकाता के रास्ते लौटी थी केरल
मेडिकल स्टूडेंट त्रिशूर जिले के माथिलाकम ग्राम पंचायत की रहने वाली है। वहां की हेल्थ इंस्पेक्टर शीबा ने बताया कि, 'वुहान से लौटने वाली मेडिकल स्टूडेंट ने उसके घर आने की जानकारी सबसे पहले उन्हें (शीबा) दी थी। स्टूडेंट कोलकाता के रास्ते अपने घर माथिलाकम पहुंची थी। उसके घर पहुंचने पर शीबा उसके संपर्क में आई थी। अपने टेंपरेचर की जांच करवाने स्टूडेंट सरकारी अस्पताल गई थी, उसने इसकी जानकारी शीबा को दी थी।

शीबा ने बताया कि, वह उस स्टूडेंट को दिन में 2 से 3 बार कॉल कर के उसकी तबियत की जानकारी लेती थी। शीबा के मुताबिक शुरुआत में स्टूडेंट में कोई भी लक्षण नजर नहीं आए। 3-4 दिन बाद उसके गले मे दर्द की शिकायत आई। शीबा ने बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी तुरंत जिले की मेडिकल अथॉरिटीज को दी, जिसके बाद स्टूडेंट को अस्पताल ले जाया गया। जहां बाद में उसकी रिपोर्ट कोरोना से पॉजिटिव आई। उस उक्त यह देश का पहला कोरोना पॉजिटिव केस था।