मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किए भ्रष्टाचार के खुलासे, प्रधानमंत्री मोदी का भी आया नाम

मेघालय, मध्य केसरी डेस्क। सत्यपाल मलिक लगातार अपने बयानों से सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। जिसके चलते भाजपा की चिंता बढ़ती जा रही है। एक के बाद एक भ्रष्टाचार पर कई सनसनी-ख़ेस खुलासे कर मेघालय के राज्यपाल सियासी खलबली मचा रहे हैं। कृषि क़ानून कैबवापस लेने के हित में भी सत्यपाल मलिक ने खुल कर अपनी आवाज़ बुलंद की थी।

गोवा सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ख़ुद को लोहियवादी बतलाते हुए चरण सिंह के साथी कहते हैं। जिसके चलते वह भ्रष्टाचार को ख़ासा नापसंद करते हैं। पिछले दिनों सत्यपाल के संज्ञान में आए गोवा और कश्मीर में हुए भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने कई बयान जारी किए। उन्होंने कहा ‘गोवा में बहुत भ्रष्टाचार है। गोवा सरकार ने जो कुछ भी किया उस में भ्रष्टाचार था। सरकार की घर-घर राशन बांटने वाली योजना अव्यवहारिक थी। एक निजी कंपनी ने अपने मुनाफ़े के लिए सरकार को पैसे दे कर ये योजना शुरू करवाई थी।’
सत्यपाल मलिक के मुताबिक़ गोवा सरकार मौजूदा राजभवन को गिराकर नया भवन निर्माण करना चाहती थी, जिसकी ज़रूरत नहीं थी। सत्यपाल मलिक का यह भी आरोप है की गोवा सरकार पर उनके द्वारा लगाए गाए भ्रष्टाचारों के आरोप की वजह से उन्हें वहां से हटाया गया।

कश्मीर में भ्रष्टाचार का खुलासा
सत्यपाल मलिक ने बताया जब वह जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल थे तब उनके पास दो फ़ाइल आयीं थीं। एक फ़ाइल RSS संघ के बड़े अफ़सर और महबूबा मुफ़्ती सरकार में जुड़े मंत्री, वहीं दूसरी फ़ाइल अम्बानी के नाम की थी। मलिक ने बताया की दोनो फ़ाइल को पास करने के लिए उन्हें 300 करोड़, 150 करोड़ प्रति फ़ाइल देने का ऑफ़र मिला था। मगर उन्होंने दोनो फ़ाइल से जुड़ी डील को रद्द कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी की बात
राज्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी से मिल कर बताया की भ्रष्टाचारी उनके नाम की दुहाई देते हुए भ्रष्टाचार करने का दवाब बनाते हैं। उन्होंने मोदी को बताया की ‘दोनो फ़ाइल में घपला है, अगर आप फिर भी इस काम को करवाना चाहते हैं तो मैं इस्तीफ़ा दे देता हूँ मगर मेरे रेहते यह फ़ाइल पास नहीं होगी।’ सत्यपाल मलिक ने आगे कहा ‘मैं इस बात के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ करूँगा, पूरा माजरा सुनने के बाद उन्होंने मुझसे कहा की भ्रष्टाचार से कोई समझौता करने की ज़रूरत नहीं है।’