क्या भारत में भी चीन की तरह ही आने वाला है बिजली का संकट?

अंजली पांडेय


नई दिल्ली, मध्य केसरी डेस्क। दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने साफ तौर पर केंद्र सरकार (Central Government) से कह दिया है कि उनके पास कोयले (Cole)  की कमी हो गई है। जिससे थर्मल पावर प्लांट (Thermal Power Plant) चलाना मुश्किल हो रहा है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से जल्द कोयला दिलवाने की मांग की है।

ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार पर कसा तंज
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन (Satendra Jain) ने बताया कि, दिल्ली में कोयले की बहुत कमी हो रही है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से अपील भी की है कि कोयला जल्द से जल्द पहुंचाया जाए। इन सबके बाद मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाकर कहा कि दिल्ली के साथ यह सब राजनीति के तहत जानबूझकर किया जा रहा है।

टाटा पॉवर ने एसएमएस कर लोगो से की अपील
दिल्ली में बिजली सप्लाई करने वाली टाटा पावर ने लोगों को एसएमएस कर के बिजली संभाल कर इस्तेमाल करने की अपील की है। अपने संदेश में टाटा पावर ने कहा - "कोयले की कमी के कारण दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक बिजली आपूर्ति की स्थिति गंभीर स्तर पर है। कृपया बिजली का कम इस्तेमाल करें, एक जिम्मेदारी नागरिक बने। असुविधा के लिए खेद है।"  इस मैसेज से साफ हो रहा है कि दिल्ली को जल्द ही बिजली समस्या के कारण भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन बात यहां पर सिर्फ दिल्ली की नहीं है, यहां पर बात पूरे देश की है।

देश के कई राज्यों में हो रही बिजली की दिक्कतें
देश के कई राज्यों में भी बिजली की दिक्कतें सामने आ रही है।  फिलहाल देश में कुल 135 पावर प्लांट कोयले से चलते हैं। करीब 70 पावर प्लांट में कोयले का 2 से 4 दिन का ही स्टॉक बचा हुआ है। बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा कोयला इंपोर्ट करने वाला पहला देश है। लेकिन अब पर्याप्त स्टॉक नहीं बचा है। जिसके कारण देश के कई राज्यों में बिजली संकट का खतरा दिखने लगा है।

इन राज्यों में हो रही 4 से 5 घंटो कटौती
आपको बता दें कि पंजाब के कई इलाकों में चार-चार घंटों की कटौती की जा रही है।  यूपी के कई इलाकों में 4 से 5 घंटों की बिजली की कटौती की समस्या सामने आ रही है।  राजस्थान की राजधानी जयपुर समेत कई इलाकों में 4 घंटे की कटौती की जा रही है। साथ ही एमपी के कई पावर प्लांट में बिजली उत्पादन में भारी कमी नजर आ रही है। सरकार की ओर से कोयला की कमी पूरी करने की पूरी कोशिश की जा रही है।