Coronavirus : बढ़ते तापमान के साथ भारत मे बढ़ रहा है कोरोना, अफवाह थी गर्मी में कोरोना के खात्मे की बात?

Sanju Suryawanshi

भोपाल। कोरोना वायरस के खात्मे के लिए जो लोग तापमान बढ़ने का इंतजार कर रहे थे वो लोग अब इस ख्‍याल को अब अपने मन से पूरी तरह निकाल दें क्यों की ऐसा बिल्कुल नही होने वाला है। भारत मे कोरोना की शुरुआत के समय से ही सोशल मीडिया पर इस तरह की बातें वायरल होने लगी थी तापमान बढ़ने से कोरोना वायरस के खात्मे की शुरुआत हो जाएगी। लेकिन ICMR के वैज्ञानिकों ने इन दावों की हवा निकाल दी है। ICMR ने कहा कि जिस तरह दावें किए जा रहे थे फिलहाल ऐसा कहीं देखने को नही मिला है। तापमान बढ़ने के साथ-साथ इस वायरस के खत्‍म होने का कोई भी प्रमाण पूरी दुनिया में कहीं भी अब तक सामने नहीं आया है। आईसीएमआर के वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर के मुताबिक इन बातों के पीछे जो सोच काम कर रही थी उसके मुताबिक गर्मी के मौसम में यदि कोई व्‍यक्ति खांसता है या छींकता है तो उसके मुंह या नाक से निकलने वाले ड्रॉपलैट्स जमीन या किसी सतह पर पड़ते ही जल्‍द सूख जाएंगे। इसकी वजह से ये वायरस कुछ ही सेकंड में खत्‍म हो जाएगा, लेकिन फिलहाल ऐसा कहीं देखने को नहीं मिला है। उन्होंने कहा यदि ऐसा होता तो निश्चिततौर पर उन्‍हें इसकी जानकारी होती, लेकिन ऐसा नहीं है। यह बात उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उनके इस बयान के बाद यह साफ हो गया है की तापमान बढ़ने से इस वायरस के संक्रमण पर कोई असर नही पड़ता है। 
 

भारत मे तापमान 40 डिग्री, लेकिन तेजी से बढ़ रहा है संक्रमण
भारत मे कोरोना की शुरुआत में दावे किए जा रहें थे कि यह वायरस भारत मे ज्यादा दिन टिक नही पाएगा। भारत मे गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है और गर्मी में यह वायरस नष्ट हो जाएगा। लेकिन ऐसा होता दिखाई नही दे रहा है। आज उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान 40 डिग्री तक पहुच गया है, लेकिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहें है। देश मे अब तक कोरोना के 13387 मामले सामने आ चुके है। ऐसे में गर्मी शुरू होने पर संक्रमण घटते हुए दिखाई नही दे रहें है।

ठंडे और गरम इलाकों में असर एक समान
कोरोना वायरस के संक्रमण का असर दोनो ही ठंडे और गर्म इलांकों में एक समान दिखाई दे रहा है। दो गरम इलाके मलेशिया और कॉन्गो में संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है और अब यहां सामुदायिक संक्रमण फैलने लगा है। वहीं ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे ठंडे इलांकों में संक्रमण के मामलों ने कमी देखने को मिली है। यहां ठंड का मौसम शुरू हो चुका है।